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Sunday, March 6, 2022

यूक्रेन

वो मुझको तन्हा रोता मिला
हर इंसान उसे सोता मिला

मैंने पूछा कि कौन हो तुम
वो बोला तुम्हारा वजूद हूँ मैं

 तुम मिट जाओगे इस तरह
सिमट जाऊँगा मैं तुम्हारे बाद

क्यों बारूद से खेलते हो तुम 
मेरे पास इसका जवाब न था

मेरे वजूद ने एक सांस छोड़ी
मैं समझ गया तुम्हारा उत्तर

तुम पर तुम्हारा अहम हावी है
तुम मुझे मिटाना चाहते हो

पर ये हो सकता है संभव तब
जब मिट जाओ तुम मुझसे पहले
  © जितेन्द्र नाथ 06/03/2022



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